पारद शिवलिंग price Options
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घर में पारद शिवलिंग होने से बुरी शक्तियों का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। जिस घर में पारद शिवलिंग की पूजा होती है, वहां स्वयं भगवान शंकर का वास होता है।
पारे से बने शिवलिंग का है विशेष महत्व, इसके स्पर्श मात्र से मिलता है पुण्य
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अगर आप कार्यालय में अपने अवसर व किस्मत को सुधारना चाहते हैं, तो बैठने से पहले अप
ईश्वरीय कृपा: पारद शिवलिंग की तरह, स्फटिक शिवलिंग की पूजा भी भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी माध्यम है, जिससे जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
अगर किसी व्यक्ति पर नकारात्मक शक्तियों का या ग्रहों के अशुभ प्रभाव का असर है तो पारद शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएं और फिर गंगाजल को उस व्यक्ति पर छिड़क दें, ऐसा करने से सभी नकारात्मक चीजें दूर हो जाती हैं। साथ ही अगर आप उस गंगाजल को कार्यक्षेत्र या व्यापारिक स्थल पर छिड़क देते हैं तो उन्नति होती है और लाभ के नए अवसर भी प्राप्त होते हैं।
बन्ध्या वा काकबंध्या वा मृतवत्सा यांगना।
माना जाता है कि शिवलिंग को कभी भी अकेला नहीं रखना चाहिए। उसके साथ भगवान शिव more info के पूरे परिवार यानी माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय की तस्वीर रखनी चाहिए। घर के शिवलिंग में न कराएं प्राण प्रतिष्ठा
जो व्यक्ति अपने जीवन में सिर्फ एक बार पारद शिवलिंग की पूजा करता है, उसे निश्चित रूप से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इसके बाद आपको शिवलिंग पर चावल अर्पण करें और मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए।
पारा धातू पासून पारद शिवलिंग तयार केले जाते. हा एक द्रव पदार्थ आहे आणि त्यात तांबे ,कांसे, आणि इतर जडीबुटी मिसळून ह्या शिवलिंगाला आकार दिला जातो. तांबे हे पार्वतीचे रूप मानले जाते.
पण त्या अगोदर तुम्ही पुन्हा मागील पोस्ट वाजून घ्या कारण शिवलिंग घरात ठेवणे हा विषय सोपा नाही. तसा हा कठीण सुद्धा नाही कसा ह्याचा विचार करू.
ग्रंथों में बताया गया है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु होती है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई पुराणों में मिलता है।
मार्केट में विभिन्न तरह के शिवलिंग मिलते हैं। लेकिन हर किसी को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है। घर में पारद शिवलिंग रखना चाहिए जो चांदी और पारे से मिलकर बना होता है। इसके अलावा स्फटिक शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है। यह एक पारदर्शी शिवलिंग होगा। इसके अलावा नर्मदेश्वर शिवलिंग भी रख सकते हैं। यह शिवलिंग नर्मदा नदी के किनारे ही पाए जाते हैं। इन्हें वहां से मंगा सकते हैं। शिवलिंग के साथ रखें ये तस्वीर